श्री हरि
Astro
परिचय

ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी

M.A. Astrology

यस्य स्मरणमात्रेण जन्मसंसारबंधनात् ।

विमुच्यते नमस्तस्मै विष्णवे प्रभविष्णवे ।।

भगवान नारायण के श्री चरणों को प्रणाम करते हुए अपने धर्म एवं ज्योतिष के प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से इस वेबसाइट का निर्माण किया गया है। ताकि सभी जन सामान्य ज्योतिष विद्या से लाभ प्राप्त कर सकें एवं अपने धर्म का ज्ञान प्राप्त कर सकें।

यहां पर आपको जन्मपत्रिका विश्लेषण, व्रत एवं त्योहारों की शास्त्र प्रमाणित जानकारी व मुहूर्त संबंधित सभी जानकारी निशुल्क प्राप्त होगी।

वेदा हि यज्ञार्थमभिप्रवृत्ताः

कालानुपूर्वा विहिताश्च यज्ञाः ।

तस्मादिदं कालविधानशास्त्रं

तो ज्योतिषं वेद स वेद सर्वम् ।।

वेदों का प्रवर्तन यज्ञों के सम्यक संपादन के लिए हुआ। वे यज्ञ भी काल के सम्यक ज्ञान होने पर ही यथा विधि संपन्न होते हैं। यह ज्योतिष शास्त्र काल का विधायक है अतः जो ज्योतिष को जानता है वह सब कुछ जानता है। ऐसा विष्णुधर्मोत्तरा पुराण में कहा गया है।

सिर्फ भारतीय मनीषी ही नहीं अपितु विदेशी विचारको द्वारा भी ज्योतिष शास्त्र की प्रशंसा की गई है और यह हमारा परम सौभाग्य है कि उसी ज्योतिष शास्त्र कि साधना में सतत कार्यरत है।

कई लोग ज्योतिष पर यह आरोप लगाते हैं कि ज्योतिष मनुष्य को भाग्यवादी बनाता है किंतु उनकी यह सोच अत्यंत गलत है। यह तो व्यक्ति को कर्म करने की प्रेरणा देता है, किस व्यक्ति को कब क्या कर्म करना चाहिए, किन बातों से सावधान रहना चाहिए एवं किन बातों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए जिससे उनका जीवन आनंदमय होकर उन्नति को प्राप्त हो और वे मनुष्य जीवन के उच्चतम शिखर प्राप्त कर सकें।